संदेश

पितृसत्तात्मक देश मे महिलाओ की स्थिति

चित्र
      भारत  एक  पितृसत्तात्मक देश है ये तो सब जानते है, लेकिन क्या वो ये भी जानते इस पितृसत्तात्मक देश में क्या क्या होता है : आज आपको जरूर में बताउंगी ये पितृसत्तात्मक देश में क्या क्या  होता हैं , किसे कितना महत्व मिलता है, किसकी कितनी चलती है, किसे कितने आगे बढ़ने मिलता है, बहुत कुछ आपको जानने मिलेगा, लेकिन उसके लिए आपको इसे पूरा पड़ना पड़ेगा।  *भारत पितृसत्तात्मक देश  में हजारो साल पहले आदमियों और औरतो  दोनों को एक लेवल का महत्व दिया जाता था, अगर आदमी बाहर से खेतो में काम करता अनाज  उगता तो औरत उसी अनाज को पका कर घर के लोगो का पेट पालती थी, और  कभी कबार खेतो के काम में भी हाथ  बटाया करती थी, लेकिन दोनों को महत्व उतना ही दिया जाता था, लेकिन कुछ समय के बाद पुरुषो ने अपनी सान और सोकत के लिए ने अपना जादा महत्वा  करवाना सुरु कर दिया, जैसे की औरतो का बहार न निकलना, उसे बस अपने पेरो की जूती समझना, औरतो को सिर्फ अपने हवस का एक सामान समझना, फिर औरतो पे गाली बननी सुरु हो गए, ये गंद सिर्फ उन पुरुसो की थी जो अपने आपको औरतो से बहुत ऊपर देखना चाहते थे, उस समय पे ऐसे भी पुरुष थे जो औरतो को अपने जैसा

आत्माविश्वाश के साथ अपनी सारी प्रॉब्लम को दूर करे।

चित्र
आत्माविश्वाश ( confidence ) के साथ अपनी सारी problem को चुटकियो में कैसे दूर करे। आत्मविश्वास  ( confidence )  का होना आपकी लाइफ में बहुत ही जरुरी है अगर  आत्मविश्वास  ( confidence )  नहीं होता है, तो आपकी लाइफ में बहुत सारी problem  आना सुरु हो जाती  है और आप उसी में उलझते रह जाते हो।  क्यू ना हमारी लाइफ में जो भी problem  आ रही है , उसे हम हमेसा के लिए solve  कर दे।  अब problem   हमारी life  में क्या क्या आ सकती है उसे हम deep में discuss करते है। , उसे अगर अलग तरीके से कहे तो ये problem  हमारी life से चली जाये तो life भाई बिलकुल set  हो जाये यानी मस्त हो जाये।  अगर हमारे अंदर  आत्माविश्वाश नहीं होता है तो problem   कोनसी कोनसी आ सकती है, वो में आपको इस blog  में  बताती हु।    १. जब हम छोटे होते है तो हमारे दोस्तों के सामने खुल के बात नहीं कर पाते है.   Stage  पे performance  करने में डर लगता है , confidence  से किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पते है। ऐसा आपके साथ  क्यू होता है ये आप भी समझते है क्यों की आपमें confidence  की बहुत ही कमी है।   २. School में जो सवाल का जवाब आपके दोस्त आसा

जोब में खुदके दिमाग को पोजेटिव कैसे रखे

चित्र
  1) जोब  में खुदके दिमाग को पोजेटिव कैसे रखे....?  थोड़ा मुसकिलजरूर तो है जोब में खुदके दिमाग को positive  रखना लेकिन नामुमकिन बिलकुल नहीं है।  ये बहुत सारे लोगो का सवाल होता है और एक problem भी है। हरेक इंसान को इस प्रॉब्लम से गुजरना पड़ता है लेकिन अभी तक इसका solution  ज्यादा तर लोगो के पास नहीं होता , जब तक हम वह पे job  करते है ये परेशानी का सामना करना हमें ही पड़ता है   Solution : जोब  में सबसे पहले negative  लोगो की negative  बातो को सुनना बंद कर दे, हो सके मुँह पे ही मना कर दे क्युकी अगर आप ऐसा नहीं करोगे तो वो आपके positive  दिमाग पर हावी हो जायेंगे और कुछ समय में न चाहते हुए भी  आप उन लोगो की तरह सोच लगोगे , लेकिन सभी के बस की बात नहीं होती है  मुँह पर बोलना हर किसी के लिए संभव नहीं होता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है के हम बोलना नहीं चाहते है इसके बहुत से कारण हो सकते है क्युकी हमें वही पर काम करना है,    जो आपको negative  कर रहे है वो नेगेटिव लोग हमारे senior  भी हो सकते है , तो अगर हम उनको मुह पे माना कर दे ते है  तो सायद, जोब मे हमें बहुत सरे नुकसान हो सकते है वो हमें काम को