Time management

Time management



Time को manage करना एक कला है अगर आपको बहुत कामयाब इंसान बनना है तो इस कला को सीखना जरूरी है

ये एकदम आसान नहीं है नहीं कठिन है लेकिन अगर आपको Time को भी manage करना है तो आलस्य को छोड़ना पड़ेगा लेकिन आज हम सिर्फ इस पर बात करेंगे हम time को कैसे  manage कर सकते है।

जैसे की

1 ). 1 साल की कीमत : 1 साल की कीमत एक student को पता चलती है जिसका 1 साल पढ़ाई के पीछे खराब हुआ हो, वह सिर्फ एक नंबर से फेल हुआ हो इसके लिए उसका पूरा 1 साल खराब हो गया वह आपको 1 साल खराब होने की कीमत बता सकते हैं।

2 ). 1 महीने की कीमत : 1 महीने की कीमत आपको वह मां बता सकती है जिसका बच्चा एक महीने पहले या एक महीने बाद पैदा हुआ हो।

3 ).  1 सप्ताह की कीमत : 1 सप्ताह की कीमत उन newspaper  वालों को  पूछो जिनके हाथ से सिर्फ एक सप्ताह difference से  एक अच्छी खबर निकल जाते हैं उनको पूरे 1 सप्ताह के लिए खबर इकट्ठा  करना होता है उसके पेपर में 1 सप्ताह के बाद news छपी हो।

4 ). 1 दिन की कीमत : 1 दिन की कीमत उस मजदूर से पूछिए एक दिन भी ना जाने पर को उसके दिहाड़ी नहीं मिलती।

5 ). 1 घंटे की कीमत :

6 ). 1 मिनट की कीमत : उस इंसान से पूछिए जिसकी train 1 मिनट की वजह से  छूट गई हो 

7 ). 1 पल की कीमत : 1 पल की कीमत उस इंसान से पूछिए जो मौत को छू कर वापस आया हो

8 ). 1 मिली सेकंड की कीमत : सेकंड की कीमत उस इंसान से पूछिए मिली सेकंड की वजह से गोल्ड मेडल जीतने की वजह और सिल्वर मेडल  मेडल पर आ गया हो

 इससे आपको क्या पता चला, यह सब का step by step बताने का meaning यही था के आपको समय की कीमत का अंदाजा हो सके। लोग अपने समय को देखा जाए तो  बहुत फालतू में खराब कर देते हैं जैसे कि टीवी देखने में, फोन चलाने में, गप्पे मारने में और भी बहुत सी बाते है जिसमे आप खाली अपना समय बर्बाद करते है

वैसे दुनिया का सबसे बड़ा साल 2008 था हम उसका एक उदाहरण अगर लेते है तो,

अगर इंसान सिर्फ 77 साल तक जीवन जीता है तो उसमे वो क्या क्या दैनिक काम करता है, और उसमे हमारे उपयोग मे आता हो ऐसा काम कितना है और हमारे उपयोग मे ना आता हो ऐसा काम कितना है और अनउपयोगी काम मे हमारा कितना समय खराब हो रहा है, हम वो भी इस blog मे जानेगे

1. ) नींद : अगर आप मे 8 घंटे नींद लेते है तो आप 1 महीने मे 240 घंटे नींद लेते है, 1 साल मे आप 120 दिन तक आप सोते ही रहते है, और जब हम 77 साल जिए उस हिसाब से हम 25 साल तक सोते ही रहते है..

2. ) मोबाइल : अगर हम सिर्फ पुरे दिन मे 1 घंटे मोबाइल चलाते है 1 महीने मे 30 घंटे मोबाइल चलाते है, 1 साल मे 360 घंटे यानी हम 15 दिन तक मोबाइल चलाते है और 77 साल मेसे 3.2 साल तक हम मोबाइल ही चलाते रहते है

3. ) बाथरूम : अगर हम सिर्फ पुरे दिन मे 1 घंटे बाथरूम मे use करते है 1 महीने मे 30 घंटे बाथरूम मे use करते है, 1 साल मे 360 घंटे यानी हम 15 दिन तक बाथरूम मे use करते है और 77 साल मेसे 3.2 साल तक हम बाथरूम use करते है

4. )  तैयार होने मे : अगर हम सिर्फ पुरे दिन मे 1 घंटे तैयार होते है तो 1 महीने मे 30 घंटे तैयार होते है, 1 साल मे 360 घंटे यानी हम 15 दिन तक तैयार होते है और 77 साल मेसे 3.2 साल तक हम तैयार ही होते रहते है..

5. ) T. V : 1 दिन मे 2 घंटे T. V देखते है तो 1 महीने मे 60 घंटे T. V देखते है और 1 साल मे 720 घंटे T. V देखते है यानी 30 दिन तक हम T. V ही देखते रहते है, 77 साल जिए उस हिसाब से हम 6 साल 2 महीने तक सिर्फ T. V ही देखते रहते है

6. ) गप्पे मारना :  1 दिन मे 2 घंटे गप्पे मारते है तो 1 महीने मे 60 घंटे हम गप्पे मारते है और 1 साल मे 720 घंटे गप्पे मारते है यानी 30 दिन तक हम गप्पे मारते रहते है, 77 साल जिए उस हिसाब से हम 6 साल 2 महीने तक सिर्फ गप्पे मारते रहते है

77 साल की जिंदगी मेसे 55 साल हमारे ऐसे ही निकल जाते है और हमें इनसब के सिवाए हमें एक कामयाब इंसान भी बनना है तो हमें किस हिसाब से हमारी जिंदगी को जीना है साथ मे अच्छी तराह से जीना है

हम हमारी जिंदगी मे बहुत सी भूले करते है जिससे हम आगे नहीं बढ़ पाते और अपनी जिंदगी बहुत ही भाग-दौड़ वाली बना लेते है जैसे की clutter हमारी जिंदगी मे बहुत से clutter होते है जैसे की

1) wallet clutter

2) work place clutter

3) Dairy clutter

4) vehicle clatter

5) bathroom clutter

wallet clutter: wallet यानी हमारा पर्स इसमें हम बहुत सी बेफिज़ूल की वस्तु रखते है देखा जाये तो पर्स पैसे कम होते है और कागज वघेरा आपको ज्यादा मिल जायेगा, यहा तक ही आपको जिस चीज की जरुरत हो फिर आपको सही समय पर नहीं मिलती है, और हमें कभी कभी तो अपने पर्स मे पैसे कितने है उसका पता ही नहीं होता है लेकिन ये गलत है हमें पता होना चाहिए, इसलिए आपको पर्स मे जितनी चीजे जरुरी होती वही रखनी clutter 

Work place clutter : हम जहा काम करते है यानी office वहा भी यही problem होती है जो चीज हमें जिस समय पे चाहिए वाह हमें नहीं मिल पाती है, क्युकी सारी चीजे हमने अस्त व्यस्त रखी होती है इसलिए office मे हमारी जरुरी चीजों की जगह निश्चित कर लेनी चाहिए जिससे हमें कोई अगर चीज की जरूरत हो तो वह हमें आसानी से मिल सके।

Dairy clutter : हमने हमारी डायरी में बहुत सी चीजों को लिखा हुआ है लेकिन अगर सही तारीख के हिसाब से हमने heading डाल कर नहीं लिखा हो तो हमें सही ढंग से पता नहीं चलेगा कि कौन सी चीज किधर लिखी हुई है और हमारे बहुत से idea जो हमें सही समय पर याद नहीं आएंगे इसीलिए डायरी को हमें बहुत अच्छी तरह से maintain रखना चाहिए

Vehicle clutter : vehicle clutter मे सबसे पहले आपको vehicle की चाबी नहीं मिलती है फिर vehicle गन्दा हो vehicle की dicky मे भी बहुत कुछ भरा होता है जैसे की कचरा

Bathroom clutter: अब इसके बारे मे तो क्या कहु, इसमें  सबको experience होता ही है, toothbrush कहीं और पड़ा है और shampoo कहीं और पड़ा है कभी कुछ नहीं मिलता तो कभी कुछ नहीं मिलता, इसी को bathroom का clutter  कहा जाता है 

वैसे हमारा ज्यादा time इसमें भी खराब होता है के हमें कोनसा काम पहले करना चाहिए और कोनसा काम बादमे करना चाहिए, और कोनसा काम हमारे लिए जरुरी है और कोनसा काम हमारे लिए जरुरी नहीं है इसे समझने के लिए आपको book मे खुदके जरुरी काम लिख लेने चाहिए जिससे आपका जो काम जरुरी है उसे आप पहले कर सके …




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