काश भूख होती तो अच्छा होता प्रेरणादायक कहानी


मे आपको अकबर ओर बीरबर की मस्त कहानी सुनती हु 

अब आप सोचोगे ये मेने अकबर और बीरबल की कहानी तो बहुत सुनी है तो मे क्यू सुनू, लेकिन ये कहानी सबसे हट के है आपको बहुत ही मजा आएगा लेकिन उसके लिए आपको इस कहानी को पूरा सुनना पड़ेगा।

एक बार की बात है अकबर ने बीरबल को एक पहेली दी ओर उसने वो पहेली को बहुत ही आसानी से सुलझा भी दि, यहा देख कर अकबर बहुत खुस हो गया ओर उसने सोचा के मे बीरबल के लिए एक बहुत बड़ा भोज आयोजन करता हु जिससे बीरबल को बहुत अच्छा लगेगा ओर वो बहुत खुस होगा ।


अकबर : बीरबल को बुलाया ओर कहा तुम्हारे लिए दो दिन के बाद एक बहुत बड़ी खुसखबरी है जिसे देख के तुम बहुत खुस होगे मेने सिर्फ तुम्हारे लिए आयोजित किया है लेकिन मे अभी वो तुमको नहीं बता सकता ।

बीरबल : ठीक है जनाब ।


अब दो दिन के बाद बीरबर को बुलाया ।

 

अकबर :देखो मेने तुम्हारे लिए एक भोजन सांभरो तयार किया है बताओ ये सब तैयारी तुमको केसी लगी ।

बीरबल : बहुत अच्छी है जनाब ।


अकबर : अब अकबर पहली डिश को चखने के लिए ले जाता है ओर कहता है चख कर बताओ  केसी लगी ये डिश तुमको ।

बीरबल : बिचारा बीरबर सोच मे पड़ा है मुझे भूख नहीं लगी, लेकिन अगर मे खाने से मना कर दूंगा को महाराज गुस्सा हो जाएंगे, लेकिन बड़ी होसियारी वो दिमाग चला कर डिश को चख कर जबाब देता है , महाराज डिश आच्छी है लेकिन काश वो होती तो अच्छा होता ।


अकबर : अखबार सोचता है अच्छा लगता है बीरबर को उसकी गर्लफ्रेंड की याद आ गई होगी इसलिए ऐसा कह रहा होगा, फिर अखबार बीरबल से पूछता है क्या हुआ बीरबर गर्लफ्रेंड की याद आ गयी तुमको इसलिए एसा कह रहे हो ।

बीरबल : नहीं जनाब एसा कुछ नहीं है ।


अकबर : चलो कोई बात नहीं इसे दूसरी डिश चखाता हु अब तो बीरबर को पक्का ही पसंद आएगी, फिर अकबर उसे दूसरी डिश के पास ले गया ओर कहा खाओ बीरबल ओर बताओ के केसी लगी ये डिश तुम्हें ?

बीरबल : महाराज अच्छी है, लेकिन काश वो होती तो अच्छा होता 


अकबर : थोड़ा सा तनक मिसाज से बीरबल तुम किस चीज की बात कर रहे हो, तुमने लगता है शादी कर ली है ओर हमे बताया भी नहीं मुझे लगता है  तुम्हें तुम्हारी पत्नी की याद आ रही है कहो तो मे उन्हे भी यहा बुलादू ।

बीरबल : नहीं महाराज ऐसा कुछ भी नहीं है, ओर मे आपको बताए बिगर शादी भी केसे कर सकता हु ।


अकबर : अच्छा एसा है, चलो कोई बात नहीं, मुझे एसा लगता है बीरबल को डिश पसंद नहीं आई होगी इसलिए एसा बोल रहा है इसे तीसरी डिश चखाता हु ये तो बहुत मशहूर डिश ये तो उसको जरूर ही पसंद आएगी, ओर अखबर उसे तीसरी डिश के पास ले जाता है 

ओर कहता है बीरबल अब ये चखिए ये तुम्हें पसंद ही आएगी क्यूकी ये बहुत मशहूर डिश है , अब बताइये केसी लगी ये डिश तुम्हे...? 

बीरबल : अच्छी है महाराज लेकिन काश वो होती तो अच्छा होता ....


अब ये जबाब बीरबल का सुन कर अकबर को बहुत ही गुस्सा आता है , ओर बीरबल को कहता है बीरबल ये कोनसी बात हुई तुम हर डिश चखने के बाद यही बोल रहे हो क्या मजरा है, तुम हमारी तोहीन कर रहे हो एसा जबाब देके...


बीरबल : मुस्कुरा कर कहता है , जी बिलकुल नहीं महाराज आपने जो भी व्यंजन पकवान बनवाए है वो बहुत ही लजीज ओर लाजवाब है लेकिन काश भूख होती तो अच्छा होता ... 


इस बात से अकबर को समझ मे आया ओर उस से पता चला की बीरबल भूख की बात कर रहा था ...


शिख : कोई भी चीज की कद्र हमे तब होती है जब हमे उस चीज की बहुत ही जरूरत हो, आपकी सलाह की भी जरूरत अगर किसी को  हो तब ही दे वरना बिगर जरूरत के सलाह की कद्र नहीं होगी, ना ही आपकी कदर होगी ...


आशा करती हु संगीता की दी हुई जानकारी आपको पसंद आई होगी ....

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